WHAT DOES SHIV CHAISA MEAN?

What Does Shiv chaisa Mean?

What Does Shiv chaisa Mean?

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पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।

मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥

ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो shiv chalisa in hindi पावन हारी॥

हनुमान चालीसा लिरिक्स

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। more info जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

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